भावार्थ – श्री सनक, सनातन, सनन्दन, सनत्कुमार आदि मुनिगण, ब्रह्मा आदि देवगण, नारद, सरस्वती, शेषनाग, यमराज, कुबेर तथा समस्त दिक्पाल भी जब आपका यश कहने में असमर्थ हैं तो फिर (सांसारिक) विद्वान् तथा कवि उसे कैसे कह सकते हैं? अर्थात् आपका यश अवर्णनीय है। রাম লখন সীতা সহিত – হৃদয https://hanumanchalisa.download/
Getting My Hanuman chalisa lyrics To Work
Internet 45 days ago tuckern541jot4Web Directory Categories
Web Directory Search
New Site Listings